मोहब्बत हर इन्सान को आज़माती है .....
किसी से रूठ जाती है ....,
तोह किसी पे मुस्कुराती है .....
मोहब्बत चीज़ ही ऐसी है ......
किसी का कुछ नहीं जाता ....
किसी की जान चली जाती है .....!!
मुस्कुराने की कोशिश तो की थी
मुस्कुराने की कोशिश तो की थी ....
मगर ....,,
फिर भी पलकों पे थोड़ी सी नमीं रह गयी .....
दर्द मुझसे मिलकर रोता रहा ...,
और ....
ख़ुशी थोड़े फासले से देखती रह गयी ......
kaun kehta hai khamoshiya khamosh hoti hai
kaun kehta hai khamoshiya khamosh hoti hai,
khamoshiyo ko khamoshi se suno,
kya pata khamoshiya wo keh de,
jinki aapko lafzo me talash hoti hai.."
Bhahut roya tha jab mera janam hua tha
Bhahut roya tha jab mera janam hua tha,
Aur Hans rahi thi ye Duniya,
magar Doston Ek Din Badala lunga,
Hansta hua jaunga aur Royegi ye Duniya…
Hasi ke nagme gaate raho
Hasi ke nagme gaate raho,
waqt nikal kar muskurate raho,
jindgi kab deti hai mauka baar-baar,
mauka dhundo aur khil khilate raho.
Maa na hoti to wafa kon karega
Maa na hoti to wafa kon karega,
Mamta ka hak aada kon karega,
He bhagwan har ek MAA ko salamat rakhna,
Warna hamari salamati ke dua kon karega.
ये जो !! दीवाने से !! दो चार !! नजर आते है
ये जो !! दीवाने से !! दो चार !! नजर आते है.
उनमे कुछ ! साहेबे' अशरार, नजर ! आते है.
तेरी महेफिल का भरम रखते है, सो जाते है,
वरना !! ये लोग तो ! बे-दार नजर !! आते है.
दूर तक कोइ !!! सितारा है न कोई !!! जुगनू,
मर्ग -ए- उम्मीद के !! आसार' नज़र आते है.
मेरे दामन मेंतो कांटो'के सिवा कुछ भी नहीं,
आप' !! "फूलों" के "खरीदार" 'नजर'' आते है.
दूर तक छु नहीं शक्तिथी फरिस्तो'की नजर,
आज वो !!! 'रोनक ए 'बाझार' नजर' आते है.
हश्र में !! कौन !! गवाही' मेरी देगा !!'सागर'!!,
सब !! तुम्हारे ही ! तरफ-दार 'नज़र' आते है.