अगर तुम मिलने आ जाओ

Thursday, April 26, 2012 · Posted in

तमन्‍ना फिर मचल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ यह मौसम ही बदल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ मुझे गम है कि मैने जिन्‍दगी में कुछ नहीं पाया ये ग़म दिल से निकल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ नहीं मिलते हो मुझसे तुम तो सब हमदर्द हैं मेरे ज़माना मुझसे जल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ ये दुनिया भर के झगड़े, घर के किस्‍से, काम की बातें बला हर एक टल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ